नागरिक उड्डयन मंत्रालय, उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना के सफलतापूर्वक 5 साल पूरे हो गए हैं। यह योजना की शुरुआत 2016 में हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 27 अप्रैल, 2017 के दिन उड़ान के माध्यम से प्रथम उड़ान लांच की थी। इस योजना का मकसद हवाई सेवा के तहत छोटे तथा मध्यम शहरों को बड़े शहरों से जोड़ने से है। इस योजना ने अपने पांच वर्षों में 4 अगस्त, 2022 तक 1 करोड़ से भी ज्यादा यात्रियों को लाभ दिया है।
मुख्य बिंदु
वर्ष 2014 में, भारत में केवल 74 परिचालन हवाई अड्डे ही थे। आज यह संख्या अब बढ़कर 141 तक पहुंच चुकी है।
अभी तक उड़ान योजना के द्वारा 58 हवाई अड्डों, 8 हेलीपोर्ट तथा 2 वाटर एयरोड्रोम समेत 68 कम सेवा वाले या असेवित गंतव्यों को संलग्न किया गया है।
इस योजना के तहत 425 नए मार्गों को आरंभ करके 29 से भी ज्यादा राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को हवाई संपर्क दिया गया है।
सरकार भारत में अगले चार वर्षों में 40 करोड़ से भी ज्यादा यात्रियों को जोड़ने की आशा जता रही है।
2026 तक उड़ान द्वारा हवाई अड्डों, हेलीपोर्ट्स या वाटर एयरोड्रोम के साथ अन्य 220 गंतव्यों के प्रतिस्पर्धा करने की उम्मीद है। असंबद्ध गंतव्यों हेतु हवाई संपर्क प्रदान करने के लिए 1,000 नए मार्ग भी जोड़े जाएंगे।
अभी तक, उड़ान के द्वारा 156 हवाई अड्डों को जोड़ने हेतु 954 मार्ग प्रदान किए गए हैं।
उड़ान योजना (Ude Desh Ka Aam Naagrik – UDAN)
नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा क्षेत्रीय विमानन बाजार को विकसित करने के मकसद से 2001 में “उड़ान योजना” को आरंभ किया गया था। यह योजना क्षेत्रीय मार्गों पर आम आदमी को आर्थिक रूप से व्यवहार्य, सस्ती तथा लाभदायक हवाई यात्रा देने की भी कोशिश करती है। इसका मकसद उपलब्ध हवाई पट्टियों व हवाई अड्डों को पुनर्जीवित करके भारत के गैर-सेवित तथा कम सेवा वाले हवाई अड्डों को जोड़ने से है। यह 10 साल तक के लिए चालू रहेगा। इसे अभी तक कुल पांच चरणों में लागू किया गया है:
UDAN 1.0: 36 न्यू हवाई अड्डों को शुरू किया गया। 70 हवाई अड्डों हेतु 128 उड़ान मार्गों को 5 एयरलाइन कंपनियों को दे दिया गया।
UDAN 2.0: इसके द्वारा प्रथम बार हेलीपैड को जोड़ा गया। 2018 में, कुल 73असेवित हवाई अड्डों की घोषणा हुई थी।
UDAN 3.0: इसके अंदर पर्यटन मार्ग, वाटर एयरोड्रोम को जोड़ने हेतु सीप्लेन तथा उत्तर-पूर्व क्षेत्र में ‘उड़ान’ के माध्यम से मार्ग सम्मिलित थे।
UDAN 4.0: 2020 में 78 नए रूट्स को मंजूरी दी गई। इस चरण में लक्षद्वीप के कवरत्ती, अगत्ती तथा मिनिकॉय द्वीपों को भी नए मार्गों से जोड़ा जाएगा।
UDAN 4.1: इसका मुख्य ध्यान UDAN के माध्यम से छोटे एयरपोर्ट, स्पेशल हेलिकॉप्टर तथा सीप्लेन रूट्स को जोड़ने पर है। सागरमाला सीप्लेन सेवाओं द्वारा नए मार्ग भी प्रस्तावित किए गए हैं।
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